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सच हो चुकी हैं भविष्य मालिका की ये 6 भविष्यवाणियां, क्या होने वाला है कलियुग का अंत?

स्कंद पुराण से लेकर भविष्य पुराण, भगावत पुराण और विष्णु पुराण समेत कई पुराणों में कलियुग को लेकर कई भविष्यवाणियां की गई हैं. जिसमें कलियुग के विनाश और कल्कि अवतार से जुड़ी कई बातों का उल्लेख है.

By Renu Yadav | Updated: May 9, 2025 11:16 AM IST

भविष्य मालिका की भविष्यवाणियां

पुराणों के अनुसार कलियुग में जब दुनिया विनाश की ओर बढ़ेगी तब धरती पर भगवान विष्णु के 10वें अवतार कल्कि का जन्म होगा. कलियुग में होने वाली घटनाओं को लेकर कई भविष्यवाणियां की गई हैं और भविष्य मालिका में इन भविष्यवाणियों को लेकर कई बार चर्चा में आ चुका है. संत अच्युतानंददास ने 500 साल पहले भविष्य मालिका लिखी थी. जिसमें कलियुग के अंत को लेकर कई भविष्यवाणियां की गई हैं. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भविष्य मालिका में बताई गई 6 भविष्यवाणियां अब तक सच हो चुकी हैं.

त्रिदेव की वस्त्र में आग

भविष्य मालिका में जगन्नाथ पुरी से जुड़ी एक भविष्यवाण की गई है जब मंदिर परिसर में त्रिदेव के ऊपर जो कपड़ा लगा है उसमें आग लगने के बाद दुनिया का महाविनाश शुरू होगा. कुछ साल पहले त्रिदेव के वस्त्र में आग लगी थी और इस घटना के बाद कलियुग के अंत की चर्चा होने लगी.

जगन्नाथ मंदिर के झंडे में आग

भविष्य मालिका में उल्लेख किया गया है कि जगन्नाथ मंदिर के झंडे में आग लगेगी और दुनिया का महाविनाश शुरू होगा. बता दें कि साल 2020 में पापनाशक एकादशी के दिन जगन्नाथ पुरी मंदिर में अखंड दीपक जलाया गया था और तभी तेज हवा के कारण झंडा उड़कर दीपक के पास चला गया और जल गया. झंडे में आग लगना दुनिया के महविनाश का ही संकेत है.

मंदिर की गुंबद पर गिद्ध बैठना

जगन्नाथ मं​दिर की गुंबद पर कोई पक्षी नहीं बैठता और न ही कोई जहाज वहां से गुजरता. लेकिन जुलाई 2020 में मंदिर के गुंबद पर गिद्ध चील को बेठे हुए देखा गया. जिसके बाद दुनिया के विनाश को लेकर भविष्य मालिका की भविष्यवाणी फिर से चर्चा में आ गई.

नीलचक्र का झुकना

भविष्य मालिका की भविष्यवाणी के अनुसार जब कलियुग का अंत होगा तब जगन्नाथ मंदिर का नीलचक्र टेड़ा हो जाएगा यानि झुक जाएगा. साल 2019 में समुद्री तुफान की वजह से यह चक्र टेड़ा हो गया था. जिसके बाद यह कहा जाने लगा कि दुनिया के महाविनाश यानि कलियुग के अंत का समय आ गया है.

मंदिर के गुंबद नीचे गिरेंगे

भविष्य मालिका में लिखा हुआ है कि जब जगन्नाथ पुरी मंदिर के गुंबद से पत्थर नीचे गिरने लगेंगे तो यह दुनिया के महानिवनाश का संकेत होगा. ऐतिहासिक किताबों में दी गई जानकारी के अनुसार साल 1842 से लेकर अभी तक कम से कम 15 से 16 बार मंदिर के गुंबद से पत्थर नीचे गिरने की घटना हो चुकी है.

प्राचीन बरगद का पेड़ गिरना

जगन्नाथ पुरी मं​दिर में प्रचीन बरगद का पेड़ था और भविष्य मालिका के अनुसार कलियुग के अंत से पहले प्राचीन मंदिर का पेड़ गिर जाएगा. साल 2019 में फानी तूफान की वजह से बरगद का पेड़ गिर गया था और इसके बाद कोरोना महामारी शुरू हो गई थी. बता दें कि भविष्य मालिका में महामारी का भी जिक्र किया गया है.

डिस्क्लेमर

यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं. India.Com इसकी पुष्टि नहीं करता. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.