
गोलकुंडा हीरों की दुनिया
18वीं सदी तक गोलकुंडा की खदानें दुनिया को सबसे शानदार हीरे देती थीं. ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में खदानें मिलने से पहले भारत हीरों का इकलौता स्रोत था. गोलकुंडा के हीरे अपनी बेजोड़ चमक के लिए जाने जाते थे. यह भारत की समृद्धि का प्रतीक है.