Indian River Who Also Known As Old Ganga Know More About Godavari River Intresting Facts Here Bharat Ki Kis Nadi Ko Khete Hein Purani Ganga
भारत की वो नदी जिसे कहते हैं 'पुरानी गंगा'! जानिए इस पवित्र नदी का नाम
भारत में नदियां केवल जल का स्रोत नहीं हैं, बल्कि इन्हें जीवनदायिनी माना गया है. यहां कई नदियों को देवियों का दर्जा मिला है, और इनसे लोगों की भावनाएं जुड़ी होती हैं. यहां हम आपको देश की एक ऐसी पवित्र नदी के बारे में बताएंगे, जिसे पुरानी गंगा कहा जाता है और उसके पास भी कुंभ मेला लगता है. आइए जानते हैं इस खास नदी के बारे में कुछ खास बातें...
हर सुबह और शाम देश के कोने-कोने में नदियों के किनारे दीप जलाए जाते हैं. वहां होने वाले आरती, पूजा और स्नान जैसे धार्मिक अनुष्ठान भारतीय जीवन में नदियों की महत्ता को दर्शाते हैं.
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गंगा आस्था और जीवन की प्रतीक
गंगा को भारत की सबसे पवित्र नदी माना जाता है. कहा जाता है कि इसके जल में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं. यही कारण है कि इसे 'मां गंगा' कहा जाता है. हालांकि, गंगा सिर्फ धार्मिक दृष्टि से नहीं, बल्कि कृषि, पेयजल, और जलविद्युत के लिए भी बेहद जरूरी है. यह कई शहरों और गांवों की जीवनरेखा मानी जाती है.
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गंगा कितनी लंबी है?
गंगा की कुल लंबाई लगभग 2525 किलोमीटर है. यह उत्तराखंड से निकलकर उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल में बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है.
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कौन सी नदी है 'पुरानी गंगा'?
बहुत से लोग यह नहीं जानते कि भारत में एक ऐसी नदी है जिसे 'पुरानी गंगा' या 'वृद्ध गंगा' कहा जाता है. वह नदी है गोदावरी, जो दक्षिण भारत की सबसे प्रमुख नदियों में से एक है.
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गोदावरी नदी की यात्रा
गोदावरी नदी महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर से निकलती है. यह तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के बीच बहती है. इसकी कुल लंबाई लगभग 1465 किलोमीटर है, जो इसे भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी बनाती है.
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क्यों कहते हैं गोदावरी को 'वृद्ध गंगा'?
गोदावरी को 'पुरानी गंगा' इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व गंगा के समान ही है. दक्षिण भारत में गंगा की तरह ही गोदावरी की पूजा होती है और यह अनेक तीर्थस्थलों से होकर बहती है. इतना ही नहीं, इसके पास कुंभ मेला भी लगता है, जिसे दक्षिण भारत का कुंभ कहा जाता है.
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गोदावरी नदी कई जीवों का घर
गोदावरी नदी न केवल धार्मिक, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है. यह नदी कई वनस्पतियों और जलीय जीवों का घर है और आसपास के क्षेत्रों की कृषि और जल आपूर्ति में अहम भूमिका निभाती है.(Image: Pexels)
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