देश के 15 ग्रामीण बैंकों का होने जा रहा विलय, 1-15 मई के बीच पूरी होगी प्रक्रिया, इनमें कहीं आपका भी तो नहीं अकाउंट

43 RRB Merger News: केंद्र सरकार ने एक राज्‍य-एक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक नीति को हरी झंडी दिखा दी है. इसी के तहत अब 43 RRB में से 15 बैंकों का मर्जर होगा. मर्जर प्रोसेस 1 मई से शुरू होगा और 15 मई तक पूरा होगा.

Updated: April 29, 2025 1:54 PM IST

By Anjali Karmakar

देश के 15 ग्रामीण बैंकों का होने जा रहा विलय, 1-15 मई के बीच पूरी होगी प्रक्रिया, इनमें कहीं आपका भी तो नहीं अकाउंट
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का गठन RRB अधिनियम, 1976 के तहत किया गया था.

देश के बैंकिंग सिस्टम में 1 मई से बड़ा बदलाव होने जा रहा है. वित्त मंत्रालय ‘One State One RRB’ यानी एक राज्य एक ग्रामीण बैंक का नियम लागू करेगी. इसके तहत 11 राज्यों आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और राजस्थान में कुल 15 ग्रामीण बैंकों का विलय होगा. अभी 26 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेश मिलाकर 43 रिजनल रूरल बैंक हैं. इस मर्जर के बाद देश में कुल RRB की संख्या 28 हो जाएगी.

आइए समझते हैं कि सरकार ने इन 15 ग्रामीण बैंकों के मर्जर का क्यों लिया फैसला? किस राज्य के कौन से ग्रामीण बैंकों को होगा मर्जर? मर्जर के बाद इन बैंकों में जिनका अकाउंट है, उनका क्या होगा:-

‘One State One RRB’ क्या है?
देशभर के ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सर्विस को पहले से बेहतर और किफायती बनाने के मकसद से वित्त मंत्रालय ‘एक राज्य एक RRB’ का कॉन्सेप्ट लेकर आई है.’एक राज्य एक RRB’ कॉन्सेप्ट पर पहली बार 2005 में काम शुरू हुआ था. ये मर्जर का चौथा फेज होगा. रिजनल रूरल बैंक एक्ट 1976 के सेक्शन 23A (1) के तहत 11 राज्यों के 15 RRB का मर्जर हो रहा है.

कब हुई थी पहल?
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का गठन RRB अधिनियम, 1976 के तहत किया गया था.इनके गठन का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे किसानों, कृषि मजदूरों और कारीगरों को लोन और अन्य बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराना था.केंद्र सरकार ने फाइनेंशियल ईयर 2004-05 में RRB के मर्जर की पहल की थी.इस सिलसिले में अबतक संचालित 3 फेज में ऐसे संस्थानों की संख्या 2020-21 तक 196 से घटकर 43 रह गई थी.

मर्जर का प्रोसेस क्या होगा?
इसके लिए एक टीम बनाई गई है. 1-15 मई के बीच पूरा प्रोसेस पूरा होगा. इस दौरान 6 मई की तारीख अहम है. इस दिन केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपनी टीम के साथ ‘One State One RRB’ कॉन्सेप्ट के ऑपरेशन और अब तक हुए काम को रिव्यू करेंगी. फिर इन 11 राज्यों के RRB को मर्ज किया जाएगा और हर स्टेट के लिए एक RRB बनाई जाएगी.

किस राज्य के किन-किन बैंकों का होगा मर्जर?

  • आंध्र प्रदेश में चैतन्य गोदावरी ग्रामीण बैंक, आंध्र प्रगति ग्रामीण बैंक, सप्तगिरि ग्रामीण बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, इंडियन बैंक और SBI स्पॉन्सर्ड आंध्र प्रदेश ग्रामीण विकास बैंक को आंध्र प्रदेश ग्रामीण बैंक के रूप में मिला दिया जाएगा.
  • उत्तर प्रदेश में बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया,PNB स्पॉन्सर्ड बड़ौदा यूपी बैंक, आर्यावर्त बैंक और प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक को बैंक ऑफ बड़ौदा स्पॉन्सर्ड उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में मर्ज कर दिया जाएगा. इसका हेड ऑफिस लखनऊ में होगा.
  • पश्चिम बंगाल में पंजाब नेशनल बैंक स्पॉन्सर्ड बंगीय ग्रामीण बैंक, पश्चिम बंग ग्रामीण बैंक, उत्तर बंग क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, यूको बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को PNB स्पॉन्सर्ड पश्चिम बंगाल ग्रामीण बैंक में मर्ज किया जाएगा. इसका हेडऑफिस कोलकाता में होगा.
  • बिहार के दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक और उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक को मिलाकर बिहार ग्रामीण बैंक बनेगा. इसका हेड ऑफिस पटना में होगा.
  • गुजरात में बड़ौदा गुजरात ग्रामीण बैंक और सौराष्ट्र ग्रामीण बैंक को मिलाकर गुजरात ग्रामीण बैंक बनाया जाएगा.
  • जम्मू-कश्मीर के लिए जम्मू और कश्मीर बैंक, SBI स्पॉन्सर्ड J&K ग्रामीण बैंक और एलाक्वाई देहाती बैंक को जम्मू-कश्मीर ग्रामीण बैंक में मिला दिया जाएगा. इसका हेड ऑफिस जम्मू से ऑपरेट होगा.
  • कर्नाटक में कर्नाटक विकास ग्रामीण बैंक और कर्नाटक ग्रामीण बैंक का विलय करके एक नया बैंक, कर्नाटक ग्रामीण बैंक बनाया जा रहा है. इस नए बैंक का मुख्यालय बल्लारी (Belallari) में होगा. नया बैंक केनरा बैंक से स्पॉन्सर्ड होगा.
  • मध्य प्रदेश में Madhya Pradesh Gramin Bank और Madhyanchal Gramin Bank का मर्जर होगा. नए बैंक का नाम मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक होगा. इसका हेड ऑफिस इंदौर में रहेगा. इसे बैंक ऑफ इंडिया स्पॉन्सर करेगा.
  • महाराष्ट्र में महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक और विदर्भ कोकण ग्रामीण बैंक का मर्जर करके महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक बनाया जाएगा. इसका हेड ऑफिस छत्रपति संभाजीनगर में होगा. इस बैंक को बैंक ऑफ महाराष्ट्र स्पॉन्सर करेगा.
  • इसी तरह ओडिशा में ओडिशा ग्राम्य बैंक और उत्कल ग्रामीण बैंक का विलय होगा. नए बैंक का नाम ओडिशा ग्रामीण बैंक होगा. इसका हेड ऑफिस भुवनेश्वर में रहेगा.
  • राजस्थान में ‘एक राज्य, एक RRB’ नीति के तहत राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक और बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक का मर्जर होगा. नए बैंक का नाम राजस्थान ग्रामीण बैंक रखा जाएगा. नए बैंक का मुख्यालय जयपुर में होगा. और इसका प्रायोजक बैंक भारतीय स्टेट बैंक होगा.

कितना होगा कैपिटल?
मर्जर के पहले इन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में सरकार ने पूंजी भी डाली है. सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के पास 2,000 करोड़ रुपये की अधिकृत पूंजी होगी.

मर्जर का क्या फायदा मिलेगा?
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के मर्जर से कस्टमरों को कई लाभ होंगे. इंटीग्रेटेड बैंकिंग सिस्टम के तहत बेहतर सेवा मिलेगी. यूनिफाइड IFSC और MICR कोड होने से ट्रांजैक्शन आसानी से होगी. लोन की प्रोसेसिंग भी तेज होगी.

इन बैंकों में जिनका अकाउंट है, उसका क्या होगा?
RRB मर्जर से कस्टमरों के अकाउंट पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उनका बैलेंस, FD, RD या लोन सब सेफ रहेगा. हालांकि, कस्टमरों को कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं. मर्जर के बाद उनके बैंक का नाम और IFSC Code बदल सकता है. नए बैंक पासबुक और चेकबुक जारी हो किए जा सकते हैं. पुरानी कस्‍टमर आईडी या अकाउंट नंबर में भी बदलाव हो सकता है.

Also Read:

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें Business Hindi की और अन्य ताजा-तरीन खबरें

By clicking “Accept All Cookies”, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts Cookies Policy.