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अगर आप ड्राइविंग करते हैं. आपके पास टू-व्हीलर या फोर-व्हीलर है, तो आप हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट यानी HSRP से जरूर वाकिफ होंगे. जब आप ड्राइव करें, तो ट्रैफिक के नियमों का ख्याल रखना जरूरी है. इनमें HSRP भी आता है. कई लोग इसे लगवाते नहीं हैं. कई लोगों की नंबर प्लेट टूट जाती है या खराब हो जाती है, तो फिर उन्हें चेंज भी नहीं करते. अगर आपके गाड़ी की नंबर प्लेट डैमेज हो गई है या गिर गई है, तो इसे जल्द से जल्द लगवा लें. वरना भारी चालान कट सकता है. यहां तक की आपकी गाड़ी जब्त भी हो सकती है.
आइए जानते हैं क्या है हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट? इसे लगाना क्यों जरूरी है? घर बैठे HSRP नंबर के लिए कैसे अप्लाई कर सकते हैं:-
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट क्या है?
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) एल्यूमीनियम से बनी एक नंबर प्लेट होती है. HSRP के मेन्युफैक्चरर रोसमेर्टा टेक्नोलॉजीज हैं. इन्हें कम से कम वन टाइम यूज्ड स्नैप-ऑन लॉक के जरिए गाड़ी के फ्रंट और बैक में लगाया जाता है. स्नैप-ऑन लॉक का फायदा यह है कि इन्हें न तो आसानी से गाड़ी से हटाया जा सकता है. न ही एक बार हटाने के बाद दूसरी नंबर प्लेट लगाई जा सकती है.
अलग-अलग साइज की होती है प्लेट
अलग-अलग कैटेगरी की गाड़ी में अलग-अलग साइज की नंबर प्लेट होती है. गाड़ी के हिसाब से प्लेट का साइज 280×45, 200×100, 340×200 और 500×120 होता है. गाड़ी के फ्रंट और रियर प्लेट का साइज अलग हो सकता है. इसकी मोटाई 1mm होती है.
3 कलर में आते हैं प्लेट
नंबर प्लेट का कलर व्हीकल की कैटेगरी के मुताबिक वाइट, यलो और ग्रीन होता है. ये कलर रिफ्लेक्टिव होते हैं. लाइट पड़ने पर अल्फा न्यूमेरिक कैरेक्टर रिफ्लेक्ट करते हैं.
45 डिग्री के एंगल पर लिखा होता है‘INDIA’
HSRP में लिखे डिजिट, लेटर और बॉर्डर पर एक हॉट-स्टैंप वाली फिल्म लगाई जाती है. इसमें 45 डिग्री के एंगल पर ‘INDIA’ लिखा होता है. प्लेट पर अंक और अक्षर का साइज 10mm और एक खास फॉन्ट होता है. इन्हें खास तरीके से प्रेस कर लिखा जाता है, जो हमेशा के लिए उभर आते हैं.
लगा होता है अशोक चक्र का होलोग्राम
प्लेट में ऊपर बाएं कोने पर नीले रंग में अशोक चक्र का हॉट-स्टैंप्ड क्रोमियम बेस्ड 20X20mm होलोग्राम होता है. इसके नीचे बाएं कोने पर 10 अंक का सीक्रेट कोड (पिन) लेजर से लिखा होता है, जो यूनिवर्सल होता है. इस सीक्रेट कोड में गाड़ी से जुड़ी सारी डिटेल्स जैसे- चेसिस और इंजन नंबर, परचेजिंग डेट, गाड़ी का मॉडल, डीलर और रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी होता है.
HSRP क्यों है जरूरी?
सेंट्रल मोटर व्हीकल नियम 50 के मुताबिक, किसी भी गाड़ी की रजिस्ट्रेशन प्लेट की मोटाई, साइज और फॉन्ट को लेकर नियम पहले से तय हैं, लेकिन सरकार की सख्ती न होने के कारण और जानकारी के अभाव में लोग गाड़ियों पर HSRP नहीं लगवा रहे हैं. अगर गाड़ी चोरी हो जाती है और उस पर HSRP नहीं हैं, तो उसे ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है. बिना HSRP की गाड़ी को क्रिमिनल एक्टिविटी में इस्तेमाल करना आसान होता है. इसलिए गाड़ी कोई भी हो, उस पर HSRP होना जरूरी है.
कितनी होती है कीमत?
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट की कीमत नई गाड़ी खरीदने पर डीलर की ओर से HSRP दी जाती है. व्हीकल की कैटेगरी और ब्रांड के मुताबिक इसमें थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है. टू-व्हीलर के लिए इसकी कीमत 400 से 500 रुपये हो सकती है. फोर-व्हीलर के लिए इसकी कीमत 1100 से 1200 रुपये तक हो सकती है. किसी भी तरह के फ्रॉड से बचने के लिए ऑथराइज्ड वेंडर से ही HSRP लगवाएं. आप ऑनलाइन के लिए SIAM और Bookmyhsrp.com से HSRP बुक कर सकते हैं.
घर बैठे ऐसे ऑर्डर करें गाड़ी की नंबर प्लेट