सर्पदंश से हुई युवक की मौत, गुस्साए गांववालों ने सांप को चिता में जिंदा ही जला दिया; जानें पूरा मामला

युवक की मौत से लोग इतने गुस्से में थे कि उन्होंने सांप उसकी चिता में जिंदा चला दिया. उनके डर था यह विषैला सांप किसी और भी अपना शिकार बना सकता है.

Published: September 23, 2024 4:04 PM IST

By Vaibhav Vivek

सर्पदंश से हुई युवक की मौत, गुस्साए गांववालों ने सांप को चिता में जिंदा ही जला दिया; जानें पूरा मामला

छत्तीसगढ़ के कोरबा में जहरीले सांप के काटने से 22 साल की युवक के मौत के बाद ग्रामीणों ने सांप को जिंदा जला दिया. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से इसकी जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि जिले के बैगामार गांव में सांप के डसने से डिगेश्वर राठिया की मौत हो गई. इसके बाद ग्रामीणों ने डिगेश्वर की चिता के साथ उस सांप को भी जिंदा जला दिया, जिसके डसने से युवक की मौत हो गई थी. उन्होंने बताया कि शनिवार रात जब डिगेश्वर कमरे में सोने के लिए बिस्तर लगा रहा था, तब उसे करैत सांप ने काट लिया था. जब उसने अपने परिवार के सदस्यों को इसकी सूचना दी तब उसे कोरबा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. अस्पताल में मृतक के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिवार को सौंप दिया गया.

‘सांप को पकड़ा और जला दिया’

अधिकारियों ने बताया कि सांप काटने की घटना के बाद बैगामार गांव के ग्रामीणों ने सांप को ढूढ़कर पकड़ लिया और उसे एक टोकरी में बंद कर दिया. डिगेश्वर की मौत के बाद ग्रामीणों ने सांप को एक डंडे से लटकी रस्सी से बांध दिया और जब डिगेश्वर की शवयात्रा उसके घर से श्मशान के लिए निकाली गई तब ग्रामीण सांप को भी श्मशान घाट पर ले गए. इसके बाद ग्रामीणों ने सांप को डिगेश्वर की चिता पर जिंदा ही जला दिया.

गांववालों पर नहीं होगी कोई कार्रवाई

ग्रामीणों का कहना था कि उन्हें डर था कि जहरीला सांप किसी और को अपना शिकार बना सकता है, इसलिए उन्होंने सांप को चिता पर ही जिंदा जलाकर मार दिया. घटना के सबंध में पूछे जाने पर कोरबा के अनुविभागीय अधिकारी (वन) आशीष खेलवार ने कहा कि सांप को मारने के लिए गांव वालों के खिलाफ आगे कोई भी कार्रवाई नहीं की जाएगी. वन अधिकारी खेलवार ने कहा कि सांपों और सर्पदंश के बारे में लोगों को शिक्षित करने और जागरूकता फैलाने की जरूरत है, क्योंकि ये सरीसृप पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं.

(इनपुट: भाषा)

Also Read:

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें Chhattisgarh की और अन्य ताजा-तरीन खबरें

By clicking “Accept All Cookies”, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts Cookies Policy.