डेड बॉडी ठिकाने लगाते रंगे हाथ पकड़ी गईं मां-बेटी, गंगा में बहाने का था प्लान! लोगों ने देखा तो...

योगा कैंप चलाने वाले राजा साव ने बताया, 'औरतों ने कहा कि इसमें उनके लैब्राडोर कुत्ते की लाश है. हमने सोचा, अरे, एक कुत्ता कितना भारी होगा? 30-40 किलो?'

Published: February 25, 2025 9:54 PM IST

By Akarsh Shukla

डेड बॉडी ठिकाने लगाते रंगे हाथ पकड़ी गईं मां-बेटी, गंगा में बहाने का था प्लान! लोगों ने देखा तो...

Kolkata: ‘क्राइम पेट्रोल’ और ‘सावधान इंडिया’ जैसे जुर्म पर आधारित टीवी शोज में आपने क्रिमिनल को विक्टिम की डेड बॉडी ठिकाने लगाते तो देखा ही होगा. ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला मंगलवार को कोलकाता से सामने आया, जहां दो महिलाएं दिन दहाड़े एक डेड बॉडी को ठिकाने लगाते हुए रंगे हाथ पकड़ी गईं. हैरानी की बात ये है कि आरोपी महिलाएं मां-बेटी हैं और वो एक बड़े से ट्रॉली सूटकेस में महिला की लाश को गंगा के घाट पर ठिकाने लगाने की कोशिश कर रही थीं. इसी बीच वहां मौजूद लोगों को उन पर शक हुआ और जब बैग खोलकर देखा तो सबके होश उड़ गए.

दिन-दहाड़े लाश ठिकाने लगाने पहुंची महिलाएं

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार मामला, कोलकाता के कुमर्तुली इलाके का है जहां में गंगा के किनारे दो संदिग्ध महिलाओं को एक भारी-भरकम बैग को खींचते देखा गया. ये जगह वही जगह है, जहां दुर्गा पूजा के लिए मूर्तियां बनती हैं, वरना बाकी दिनों में शांत मोहल्ला रहता है. लेकिन आज सुबह करीब 7:30 बजे कुछ ऐसा हुआ कि सबके होश उड़ गए. योगा करने वाले कुछ लोग रोज की तरह घाट पर जमा थे. तभी उन्होंने देखा कि एक नीली-सफेद टैक्सी से दो औरतें उतरीं.

सूटकेस खोला तो निकली लाश

महिलाओं के हाथ में एक बैंगनी रंग का ट्रॉली सूटकेस था. दोनों सूटकेस को गंगा की तरफ घसीटने की कोशिश कर रही थीं, पर वो हिल ही नहीं रहा था. दो लोगों के लिए इतना भारी सूटकेस? ये देखकर योगा वालों को शक हुआ. लोगों ने जब उनसे सवाल पूछा तो औरतें टालमटोल करने लगीं और सूटकेस छूने भी नहीं दे रही थीं. जब स्थानीय लोगों का शक गहराया तो लोकल पुलिस को बुला लिया गया. सूटकेस खोला गया, तो सबके पैरों तले जमीन खिसक गई.

लोगों ने पकड़ा तो…

अंदर खून से सनी एक औरत की लाश थी. योगा कैंप चलाने वाले राजा साव ने बताया, ‘औरतों ने कहा कि इसमें उनके लैब्राडोर कुत्ते की लाश है. हमने सोचा, अरे, एक कुत्ता कितना भारी होगा? 30-40 किलो? और वो भी ट्रॉली में, फिर दो लोग मिलकर क्यों नहीं उठा पाए?’ आधे घंटे तक ये सवाल-जवाब चलता रहा. भीड़ बढ़ती गई, 50 से ज्यादा लोग जमा हो गए. सबके दबाव में एक औरत बोल पड़ी कि ये उसकी ननद की लाश है, जिसने खुदकुशी कर ली. आखिरकार पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया. उनकी पहचान फाल्गुनी घोष और उसकी मां आरती घोष के तौर पर हुई है. लाश उनकी रिश्तेदार सुमिता घोष की थी, जो फाल्गुनी की सास की बहन थी.

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