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शादियों में कपड़े, गहने और रीति-रिवाजों को लेकर कई उम्मीदें होती हैं, लेकिन कभी-कभी ये शादी टूटने का कारण भी बन जाती हैं. ऐसा ही मामला हरियाणा के पानीपत में सामने आया है, जहां दुल्हन को ससुराल वालों की ओर से लाया गया लहंगा और ज्वेलरी पसंद नहीं आई. उसने साफ इनकार कर दिया कि वह इस शादी को आगे नहीं बढ़ाएगी.
दुल्हन का कहना था कि लहंगे में से बदबू आ रही थी और गहने भी उसकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे. जब दोनों पक्षों के बीच इस मामले को सुलझाने की कोशिश की गई, तो बात इतनी बढ़ गई कि हाथापाई तक की नौबत आ गई. आखिर में बारात को बिना दुल्हन के ही लौटना पड़ा.
वहीं, लड़के वालों का कहना है कि उन्होंने शादी के लिए थोड़ा वक्त मांगा था ताकि वे अच्छे से तैयारी कर सकें. लेकिन लड़की वालों ने जल्दी शादी करने का दबाव बनाया. इसके चलते वे ज्यादा महंगा लहंगा या ज्वेलरी नहीं खरीद पाए.
लड़के पक्ष ने बताया कि उन्होंने हाल ही में नया घर बनाया था और शादी के लिए भी पैसे ब्याज पर लिए थे. ऐसे में महंगे कपड़ों और गहनों की मांग पूरी करना उनके लिए मुश्किल था. दूसरी ओर, लड़की वालों की उम्मीदें इससे काफी ज्यादा थीं, जिससे ये विवाद खड़ा हो गया.
लहंगे और ज्वेलरी को लेकर दोनों परिवारों के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि हाथापाई शुरू हो गई. मामला बिगड़ते देख पुलिस को बुलाया गया, लेकिन काफी समझाने के बाद भी कोई हल नहीं निकल सका. आखिरकार, जब दुल्हन शादी के लिए तैयार नहीं हुई तो बारात को बिना दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा. यह पूरी घटना वहां मौजूद रिश्तेदारों और बारातियों के लिए हैरान कर देने वाली थी.
इस पूरे मामले में लड़की वालों ने भी अपना अलग पक्ष रखा. दुल्हन की मां का कहना है कि उन्होंने अपनी बड़ी और छोटी बेटी की शादी एक ही दिन कराने का फैसला किया था, ताकि खर्च में बचत हो सके. हालांकि, छोटी बेटी के ससुराल वालों ने जल्दी शादी करने का दबाव डाला. वे चाहते थे कि दोनों बेटियों की शादी एक साथ हो. लेकिन लड़के वालों की आर्थिक स्थिति और सीमित बजट के कारण यह संभव नहीं हो पाया. ऐसे में जब दुल्हन को लहंगा और ज्वेलरी पसंद नहीं आई, तो उसने शादी करने से साफ इनकार कर दिया.