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महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के बीच पंजाब में एक बड़ा सियासी घटनाक्रम देखने को मिला है. दरअसल, अकाल तख्त की ओर से ‘तनखैया’ (धार्मिक कदाचार का दोषी) घोषित किये गए सुखबीर सिंह बादल ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे से नये पार्टी प्रमुख के चुनाव का रास्ता भी अब साफ हो गया है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने शनिवार को बताया कि सुखबीर बादल ने पार्टी कार्यसमिति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज पार्टी की कार्यसमिति को अपना इस्तीफा सौंप दिया, ताकि नये अध्यक्ष के चुनाव का रास्ता साफ हो सके. उन्होंने अपने नेतृत्व में विश्वास जताने और पूरे कार्यकाल में तहेदिल से समर्थन तथा सहयोग देने के लिए पार्टी के सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आभार जताया है.
The SAD President S Sukhbir Singh Badal submitted his resignation to the working Committee of the party today to pave the way for the election of new President. He thanked all the party leaders & workers for expressing confidence in his leadership and extending wholehearted…
— Dr Daljit S Cheema (@drcheemasad) November 16, 2024
यही नहीं दलजीत चीमा ने न्यूज एजेंसी ‘ऐएनआई’ को बताया कि शिरोमणि अकाली दल वर्किंग कमेटी के अध्यक्ष एस बलविंदर एस भूंदड़ ने 18 नवंबर को पार्टी की वर्किंग कमेटी की आपात बैठक बुलाई है. इस मीटिंग में समिति सुखबीर सिंह बादल द्वारा दिए गए इस्तीफे पर विचार करेगी, साथ ही आगे की कार्रवाई तय करेगी.
आपको बता दें कि सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने 2007 से 2017 तक अकाली दल और उसकी सरकार की ओर से की गई गलतियों के लिए बादल को 30 अगस्त को ‘तनखैया’ घोषित किया था. जत्थेदार ने अभी तक बादल के लिए “तनखा” (धार्मिक सजा) की घोषणा नहीं की है.
बादल के अकाल तख्त से कोई अस्थायी राहत पाने में नाकाम रहने के बाद शिअद ने 24 अक्टूबर को घोषणा की थी कि वह उपचुनाव नहीं लड़ेगा. एक जुलाई को पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) की पूर्व प्रमुख बीबी जागीर कौर सहित कई बागी शिअद नेता अकाल तख्त के सामने पेश हुए थे. उन्होंने 2007 से 2017 तक पार्टी की सरकार की ओर से की गई गलतियों के लिए माफी मांगी थी.
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