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किसान आंदोलन के दो गैर राजनीतिक संगठन केएमएम और एसकेएम बुधवार को किसान रेल रोको आंदोलन करने जा रहे हैं, इस आंदोलन के तहत करीब 23 जगहों पर किसान अपना डेरा डालेंगे. बता दें कि प्रदर्शनकारी किसानों ने तीन बार दिल्ली में घुसने की कोशिश की थी जो नाकाम रही. किसान एमएसपी पर लीगल गारंटी समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस आंदोलन के तहत करीब 23 जगहों पर किसान अपना डेरा डालेंगे. आपको बता दें कि हरियाणा-पंजाब के शंभू और खन्नौरी बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन 2.0 की मांगों को लेकर ही ये रेल रोको आंदोलन होने जा रहा है. जानकारी के मुताबिक पंजाब में होने जा रहे किसानों के रेल रोको आंदोलन से दिल्ली-अमृतसर, दिल्ली-जम्मू, दिल्ली-जालंधर और दिल्ली-फिरोजपुर जैसी रेलवे लाइनों पर रेल सर्विस प्रभावित हो सकती हैं. भारतीय रेलवे के मुताबिक हालात के मुताबिक ट्रेनों के रूट को डायवर्ट भी किया जाएगा और ट्रेनों को कैंसिल किया जा सकता है.
इस आंदोलन को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा था कि मैं पंजाब के लोगों से 18 दिसंबर को ‘रेल रोको’ आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील करता हूं. हम पंजाब के सभी 13 हजार गांवों के लोगों से अपील करते हैं कि वे दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक अपने नजदीकी रेलवे क्रॉसिंग और रेलवे स्टेशनों को बंद कर दें. सरवन सिंह पंढेर ने राकेश टिकैत के नेतृत्व वाले संयुक्त किसान मोर्चा को भी पत्र लिखा, संयुक्त किसान मोर्चा ने निरस्त हो चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल तक आंदोलन चलाया था.
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