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गुजरात की देवभूमि कही जाने वाली द्वारका से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है. दरअसल, यहां श्री भिडभंजन भवानीश्वर महादेव मंदिर से शिवलिंग चोरी हो गई है. यह घटना महाशिवरात्रि (Maha Shivratri 2025) से एक दिन पहले हुई, जिससे पूरे इलाके में सनसनी मच गई.
बताया जा रहा है कि जैसे ही मंदिर के पुजारी ने पूजा के लिए मंदिर का दरवाजा खोला, तो वे हैरान रह गए. क्योंकि मंदिर का दरवाजा पहले से खुला था और शिवलिंग अपनी जगह से गायब थी. फिर पुजारी ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मामला दर्ज कर लिया गया.
मामले को गंभीरता से देखते हुए पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी. स्थानीय क्राइम ब्रांच, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) और फोरेंसिक एक्सपर्ट्स को इस केस में शामिल किया गया है. साथ ही, पुलिस ने डॉग स्क्वायड की भी मदद ली, ताकि कोई सुराग मिल सके.
जांच के दौरान पुलिस को समुद्र किनारे शिवलिंग का आधार (बेस) मिला, जिससे शक है कि चोरों ने शिवलिंग को समुद्र में फेंक दिया होगा. इस संभावना को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने स्कूबा डाइवर्स को बुलाकर समुद्र में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.
पुलिस अधिकारी आकाश बरसैया ने बताया कि मंदिर में बाकी सभी सामान अपनी जगह पर था, जिससे यह साफ होता है कि चोरी का मकसद सिर्फ शिवलिंग को ले जाना था. पुलिस की टीम लगातार इलाके में गश्त कर रही हैं और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही हैं, ताकि कोई सुराग मिल सके.
इसके अलावा, स्थानीय मछुआरों से भी पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने समुद्र में कुछ संदिग्ध गतिविधि तो नहीं देखी. पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही इस मामले का खुलासा करेंगे और दोषियों को पकड़कर शिवलिंग को मंदिर में वापस लाने की पूरी कोशिश करेंगे.
इस घटना के बाद से श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा है. खासकर महाशिवरात्रि से ठीक पहले हुई इस घटना ने भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. बता दें कि भगवान शिव के प्रति आस्था रखने वाले भक्त शिवलिंग को ब्रह्मांड की ऊर्जा का प्रतीक मानते हैं और इसे सृष्टि, संरक्षण और संहार का प्रतीक भी कहा जाता है. मंदिर का भक्तों का कहना है कि यह सिर्फ चोरी नहीं, बल्कि उनकी धार्मिक भावनाओं पर गहरी चोट है, जिसे वे बर्दाश्त नहीं कर सकते.