Exclusive: क्या BJP से फिर हाथ मिलाएगी उद्धव की शिवसेना? जानें क्या बोले संजय राउत | देखें VIDEO

Maharashtra News Hindi: शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने इंटरव्यू के दौरान औरंगजेब विवाद और वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर भी बात की.

Published: April 11, 2025 7:41 PM IST

By Puja Mehrotra

Sanjay Raut

Maharashtra News: भारतीय जनता पार्टी (BJP) से अलग होने के बाद शिवसेना (उद्धव) की हिंदुत्व की लाइन बदल गई है क्या? क्या बाला साहेब ठाकरे की हिंदुत्व और उद्धव के हिंदुत्व की लाइन कुछ अलग है? बाला साहेब ने हिंदु राष्ट्र की परिकल्पना की थी, लेकिन क्या अब हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना करना हिंदू पाकिस्तान बनाना है? पिछले दिनों राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश किए जाने के दौरान सांसद संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी पर भारत को ‘हिंदू पाकिस्तान’ बनाने की बात कही थी जिसके बाद उनकी काफी किरकिरी हुई. India.Com को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में शिवसेना (उद्धव) के सांसद संजय राउत ने कहा,’यह देश भारत है और यहां मुस्लिम, हिंदू, सिख, इसाई, क्रिश्चियन सभी रहते हैं. हम हिंदू राष्ट्र चाहते हैं. हमारी संस्कृति है हिंदू राष्ट्र. लेकिन जिस तरह से धर्म के आधार पर देश को बांटा जा रहा है वह सही नहीं है.”

उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान भी धर्म के आधार पर ही बना था. आज उसकी हालत देखिए. ये धर्मांध लोगों ने गैंग्स बना लिया है और टेरेरिस्ट का गैंग है वो देश चला रहा है चाहें वो तालिबानी हो या फिर हिजबुल हो या कोई भी हो वही आज देश चला रहे हैं.’ सांसद संजय राउत कहते हैं,’धर्म के नाम पर जो भी राष्ट्र बनता है वो चलता नहीं है.’ उन्होंने कहा कि नेपाल हिंदु राष्ट्र था, लेकिन अब नहीं है. लेकिन शिवसेना सांसद यह कहने से नहीं चूके कि,’हमने हिंदु राष्ट्र की कल्पना की है. हमारा एक ही उद्देश्य है भगवा झंडा और वही सबसे ऊपर रहेगा.’

‘विजनरी थे बाला साहेब ठाकरे, हमने औरंगजेब की कब्र नहीं खोदी’

संजय राउत ने हिंदुत्ववादी शिवसेना की बात करते हुए India.Com से कहा,’किसी भी धर्म और आस्था की मर्यादा रखनी चाहिए.’ वह आगे कहते हैं कि हमने औरंगजेब की कब्र नहीं खोदी, बल्कि हमने शहर का नाम ही बदल दिया. छत्रपति शिवाजी ने किससे युद्ध किया ये हम आने वाली पीढ़ी को क्या बताएंगे? तो भाई शिवाजी की हत्या औरंगजेब ने की और उनकी कब्र महाराष्ट्र में है. वह पूछते हैं कि कब्र खोदकर आप क्या करेंगे?

वह आगे कहते हैं कि बाला साहेब ठाकरे बहुत विजनरी थे. वह जब औरंगाबाद गए तो उन्होंने कहा कि जो कब्र है वो अपनी ही जगह पर रहेगी, हम कब्र को नहीं कुछ करेंगे. हमने शहर का नाम ही बदल दिया. संभाजी का वध औरंगजेब ने किया था हमने उसका नाम बदल कर संभाजी नगर रख दिया ये है बड़ा बदला.

‘बाला साहब ने कहा था, हम और बीजेपी अलग नहीं’

संजय राउत से जब ये पूछा गया कि कहा कि शिवसेना महाराष्ट्र की एक बड़ी पार्टी है, लेकिन वो राज्य के बाहर क्यों पैर नहीं पसार पाई तो उन्होंने बहुत बेबाकी से कहा कि हमने कोशिश की लेकिन हमें सफलता नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि अयोध्या आंदोलन के बाद जब हमारे पास मौका था खुद को आगे बढ़ाने का…तब हम यूपी से लेकर मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात में 70 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले थे. महाराष्ट्र में हमारा बीजेपी के साथ हिंदुत्व के आधार पर एलांयस था. यूपी में हम 40 में से 20 सीटों पर चुनाव जीतने वाले भी थे. राजस्थान, जम्मू और गुजरात में भी हम जीत सकते थे.

यहां देखें पूरा इंटरव्यू

उन दिनों को याद करते हुए संजय बताते हैं, ‘अचानक अटल बिहारी वाजपेयी का बाला साहेब को फोन आया कि आपलोग चुनाव लड़ रहे हैं इससे हिंदुत्व और बीजेपी दोनों को झटका लगेगा. हिंदू वोटों का डिविजन होगा और हिंदुत्व का नुकसान हो जाएगा.’ संजय राउत बताते हैं, ‘बाला साहब ठाकरे बहुत इमोशनल थे. उन्होंने जब वाजपेयी जी से बात की और देखा कि हिंदुत्व का नुकसान होगा और हम और भाजपा अलग नहीं हैं. ये बाला साहब ठाकरे के शब्द हैं और उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. चाहे वो जीते या हम जीते हिंदुत्व जीतेगा.”

हिंदुत्व का ब्रांड बन गए थे बाला साहब…

यह पूछने पर कि पिछले 20 साल में ऐसा क्या हो गया कि बीजेपी से इतना अलग हो गई शिवसेना? इस सवाल के जवाब में संजय राउत कहते हैं कि, ‘उस समय बीजेपी में व्यापारी लोग नहीं थे. उस समय हिंदुत्व व्यापार नहीं था. पहले ऐसे लोग थे जो हमारे साथ व्यापार नहीं करते थे. हम उनके पुराने साथी रहे उनके साथ जब कोई एलायंस नहीं कर रहा था तब महाराष्ट्र में हमने उनका साथ दिया और एलांयस किया.’

‘भाजपा धोखेबाज पार्टी’

Waqf Bill पर संजय राउत ने कहा कि BJP एक धोखेबाज पार्टी है और पीएम मोदी को अगर कुछ अपना चाहिए होता है तो वो किसी के भी आगे नतमस्तक हो जाते हैं. राज्यसभा में जब waqf bill पर जब जरूरत हुई तो उन्होंने नवीन पटनायक को फोन कर मदद मांगी, जबकि राज्य में उनकी पार्टी से ही इनका विरोध है. संजय राउत ने कहा कि जब भाजपा को जरूरत पड़ती है वो दूसरी पार्टी के आगे नतमस्तक हो जाती है. वह आने वाले समय में भाजपा से हाथ मिलाने से इनकार करते हैं और उसे एक धोखेबाज पार्टी भी कहने से नहीं चूकते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा ने ही शिवसेना को तोड़ दिया. कल तक जिस अजित पवार को भ्रष्टाचारी कहते थे, उसके भाजपा से हाथ मिलाते ही उन्होंने सारे आरोप धुल गए.

कॉमेडियन Kunal Kamra पर हाल ही में हुए विवाद के बीच ShivSena (उद्धव गुट) के नेता और राज्यसभा सांसद Sanjay Raut उनके समर्थन में उतर आए हैं. राउत ने कहा कि ‘अगर किसी कलाकार को सवाल पूछने या व्यंग्य करने पर डराया-धमकाया जा रहा है तो यह लोकतंत्र पर हमला है.’ उन्होंने कुणाल कामरा के लिए जेड सिक्योरिटी की भी मांग की थी. जब पूछा गया कि आपने कंगना का स्टूडियो तुड़वा दिया तो उन्होंने कहा कि हमने नहीं तोड़ा. बीएमसी लगातार दो साल से नोटिस भेज रही थी. लेकिन वह यह कहने से नहीं चूके कि कंगना ने मुंबई में रहने वालों को पाकिस्तानी और टेरेरिस्ट कहा था. उन्होंने कहा कि फिर जैसा व्यवहार आतंकी के साथ किया जाता है, वैसा ही व्यवहार कंगना के साथ किया जाना चाहिए था.

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