झटका और हलाल मीट का क्या है मतलब?

21 Dec, 2023

Brijnandan Dubey

भारत के ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया. लिखा- सनातन हिंदुओं को झटका मीट खाना चाहिए, हलाल मीट नहीं.

हलाल और झटका किसी जानवर के मीट को नहीं बल्कि काटने के तरीके को कहा जाता है.

हलाल एक अरबी शब्द है, जिसका मतलब है 'जायज़'. इस्लामिक मान्यता के मुताबिक, जायज़ तरीके से काटे गए जानवर को ही खाया जा सकता है.

इसमें जानवर को हलाल करने का एक खास तरीका होता है. जिसमें छुरी से जानवर की गर्दन की नस और सांस लेने वाली नली को काटा जाता है.

जानवर की गर्दन को धारदार हथियार से एक बार में ही काट देने को झटका कहा जाता है.

कहा जाता है कि झटका में जानवर को मारने से पहले उसे बेहोश कर दिया जाता है, जिससे जानवर को दर्द का ज्यादा एहसास नहीं होता.

यूं तो हलाल मीट हो या झटका मीट दोनों के लिए ही जानवर की जान जाती है. फर्क ये है कि मारने का तरीका बदल जाता है.

Thanks For Reading!

Next: घने जंगलों में बहती है गर्म पानी की नदी, महाभारत से जुड़ा है इतिहास

Find Out More