भारत का सबसे पढ़ा-लिखा गांव, जहां के लोग खेती नहीं बल्कि करते हैं नौकरी
24 Oct, 2024
Himadri Singh Hada
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में बसा धोर्रा माफी गांव पूरे एशिया में मशहूर है.
ये गांव भारत में ही नहीं बल्कि पूरे एशिया में सबसे पढ़ा लिखा गांव है.
साल 2002 में इस गांव को 75 फीसदी साक्षरता दर के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया था.
इस गांव को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के सर्वे के लिए भी चुना गया था.
यहां चौबीस घंटे बिजली-पानी की सुविधा, पक्के मकान और कई इंग्लिश मीडियम स्कूल और कॉलेज हैं.
यहां के लोग खेती की बजाय नौकरी पर निर्भर हैं और देश के कई हिस्सों में पोस्टेड हैं.
लगभग 10 से 11 हजार की आबादी वाले इस गांव में 90 प्रतिशत से ज्यादा लोग पढ़े-लिखे हैं.
इस गांव के कई लोग डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर और आईएएस अधिकारी के तौर पर देश की सेवा कर रहे हैं.
साक्षरता के मामले में यहां की महिलाओं को भी पुरुषों के जैसे समान अधिकार दिए जाते हैं.
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