Maha Kumbh जाने वाली ट्रेन का बंद था दरवाजा, नहीं चढ़ सके यात्री तो करने लगे पथराव- जमकर किया हंगामा | VIDEO

Maha Kumbh 2025: सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कुछ लोगों को ट्रेन पर पत्थर बरसाते देखा जा सकता है. वीडियो मध्यप्रदेश के छतरपुर का है और ट्रेन प्रयागराज जा रही थी.

Published: January 28, 2025 3:43 PM IST

By Parinay Kumar

Maha Kumbh Special Train

Maha Kumbh 2025: संगम नगरी प्रयागराज में जारी महाकुंभ में देश-विदेश से रोजना लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर होने वाले ‘अमृत स्नान’ के लिए 10 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज पहुंचने की उम्मीद जताई है. यात्रियों की सहूलियत के लिए रेलवे ने अलग-अलग राज्यों से महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों (Maha Kumbh Special Train) की शुरुआत भी की है. इन सबके बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को ट्रेन पर पत्थर बरसाते हुए देखा जा सकता है. वीडियो मध्यप्रदेश के छतरपुर का है और यह ट्रेन महाकुंभ स्पेशल है जो प्रयागराज जा रही है.

क्या है पूरा मामला?

यह पथराव उस समय किया गया जब खचाखच भरे डिब्बों में यात्रियों ने उनके लिए ट्रेन के दरवाजे नहीं खोले. सोमवार रात छतरपुर और हरपालपुर रेलवे स्टेशनों पर हंगामे के बाद, अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि बढ़ती मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं. घटना से जुड़े कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आए हैं, जिसमें छतरपुर और हरपालपुर रेलवे स्टेशनों पर कुछ लोग चिल्लाते हुए सुने जा रहे हैं.

ट्रेनों पर किया पथराव

वीडियो में कुछ लोगों को ट्रेन की बोगियों पर पत्थर फेंकते, उसके दरवाजों पर मारते हुए और उन्हें जबरदस्ती खोलने की कोशिश करते हुए भी देखा जा सकता है. छतरपुर के एक यात्री आर के सिंह के हवाले से न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि वह प्रयागराज में जारी महाकुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाने जा रहे थे. उन्होंने बताया कि वह प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में नहीं चढ़ सके, क्योंकि दरवाजे और खिड़कियां बंद थीं. उन्होंने कहा कि लोगों के हंगामा किए जाने के बाद, सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) के जवानों ने छतरपुर में एक ट्रेन के दरवाजे खोल दिए, लेकिन ट्रेन में पहले से ही भीड़ होने के कारण कई लोग उसमें सवार नहीं हो सके.

रेलवे का क्या है बयान?

झांसी रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि छतरपुर और हरपालपुर रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों में चढ़ने को लेकर हुए विवाद का मामला उनके संज्ञान में आया है. उन्होंने कहा कि रेलवे, स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय कर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करेगा ताकि ऐसी घटनाएं फिर न हों. सिंह ने कहा कि लगातार ट्रेनें (प्रयागराज के लिए) चलाई जा रही हैं और जरूरत पड़ने पर मांग के अनुसार विशेष ट्रेनें भी चलाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि प्रशासन यात्रियों से सहयोग की उम्मीद करता है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान पवित्र स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम जा रहे हैं. महाकुंभ 2025 में पिछले 17 दिनों में 15 करोड़ से अधिक लोग गंगा और संगम में स्नान कर चुके हैं.

क्या होता है अमृत स्नान?

अमृत स्नान (पूर्व में शाही स्नान), महाकुंभ मेले का सबसे पवित्र और सबसे बड़ा स्नान पर्व होता है. इसमें दुनियाभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के लिए संगम नगरी प्रयागराज पहुंचने हैं. अमृत स्नान का मुख्य आकर्षण विभिन्न अखाड़ों के साधुओं का स्नान होता है. अमृत स्नान की तिथियां सूर्य, चंद्र और बृहस्पति के ज्योतिषीय मेल पर आधारित होती हैं. माना जाता है कि इनके योग से पवित्र नदियों की अध्यात्मिक शक्ति बढ़ जाती है. यह भी माना जाता है कि मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों का जल अमृत में परिवर्तित हो जाता है. मौनी अमावस्या का स्नान पारंपरिक रूप से मौन रहकर किया जाता है.

(इनपुट: एजेंसी से भी)

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