गंजा वायरस के बाद आई एक और नई बीमारी! अब उंगलियों से गिरने लगे नाखून, दहशत में आए लोग

Maharashtra News: गांव के सरपंच ने बताया पिछले साल दिसंबर में लोगों के बाल झड़ना शुरू हुए थे और अब बीते कुछ दिनों से नाखून भी गिरने लगे हैं.

Published: April 17, 2025 10:56 PM IST

By Gargi Santosh

गंजा वायरस के बाद आई एक और नई बीमारी! अब उंगलियों से गिरने लगे नाखून, दहशत में आए लोग

महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के शेगांव तहसील के कई गांवों में एक अजीब और डरावनी बीमारी ने दस्तक दी है. पहले दिसंबर, 2024 में बोंडगांव और उसके आस-पास के गांवों में लगभग 300 लोगों को अचानक और तेज बाल झड़ने की शिकायत हुई. लोगों को पहले तो लगा कि यह आम बाल झड़ने की समस्या है, लेकिन जब यह घटना एक साथ सैकड़ों लोगों के साथ हुई, तो सब हैरान रह गए. कुछ महीनों बाद अब एक और चिंता बढ़ाने वाली बात सामने आई है – लोगों के नाखून गिरने लगे हैं. इससे पूरे इलाके में डर का माहौल बना हुआ है.

नाखून झड़ने से बढ़ी चिंता, एक्शन में डॉक्टर्स

बोंडगांव के सरपंच रामेश्वर धारकर ने बताया कि बाल झड़ने की शुरुआत दिसंबर के आखिरी हफ्ते में हुई थी और अब पिछले कुछ दिनों से नाखून भी गिरने लगे हैं. उन्होंने बताया कि यह समस्या धीरे-धीरे खटखेर, भोंगांव और अन्य गांवों में भी फैल रही है. जिला स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत एक्शन लिया और डॉक्टरों की टीम ने गांवों में पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. शुरुआती जांच में 29 लोगों में नाखून गिरने और विकृति की पुष्टि हुई है. सभी को प्राथमिक इलाज देने के बाद आगे की जांच के लिए शेगांव अस्पताल भेजा गया है.

सेलेनियम ज्यादा होने से हो सकती है ये बीमारी

शुरुआती जांच में पाया गया कि यह बीमारी शरीर में सेलेनियम की अधिकता के कारण हो सकती है. सेलेनियम एक माइक्रो न्यूट्रिएंट है जो थोड़ी मात्रा में फायदेमंद होता है, लेकिन ज्यादा हो जाए तो नुकसानदायक बन सकता है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमोल गीते ने बताया कि बाल और नाखून झड़ने के मामले में सेलेनियम का बढ़ा हुआ स्तर संभावित कारण हो सकता है. इस दौरान प्रभावित लोगों को स्पेशल मॉनिटरिंग में रखा गया है.

राशन के गेहूं से जुड़ सकता है मामला

चौंकाने वाली बात यह है कि इस बीमारी का सीधा संबंध सरकारी राशन से मिल रहे गेहूं से जोड़ा जा रहा है. पद्मश्री डॉ. हिम्मतराव बावस्कर ने बताया कि पंजाब और हरियाणा से जो गेहूं इन गांवों को भेजा गया, उसमें सेलेनियम का स्तर लोकल गेहूं से 600 गुना ज्यादा था. इसी वजह से शक जताया जा रहा है कि यही गेहूं बीमारी की जड़ हो सकता है. अब तक की जानकारी से यही लग रहा है कि यह कोई वायरस नहीं बल्कि सेलेनियम टॉक्सिसिटी का मामला हो सकता है, जिससे बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हो रहे हैं.

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