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Modi Bunkers: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद तनाव बढ़ गया है. इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिसके बाद सीमावर्ती गांवों में डर का माहौल है. पाकिस्तानी सैन्य चौकियों के करीब बसे सलोत्री और करमारा जैसे गांवों के लोग अपने अंडरग्राउंड बंकरों को तैयार कर रहे हैं. वे किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए अभी से सतर्क हो गए हैं. इन गांवों में लोगों ने कई सालों की शांति के बाद अब फिर से बंकरों की सफाई शुरू कर दी है.
करमारा गांव के एक निवासी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया, ‘लोग बंकरों को भूल चुके थे, लेकिन अब फिर से सफाई हो रही है. डर का माहौल है, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि घाटी में शांति बनी रहे.’ ग्रामीण कंबल, बिस्तर और जरूरी सामान बंकरों में जमा कर रहे हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर परिवार को सुरक्षित रख सकें. एक अन्य ग्रामीण ने सरकार और सेना का समर्थन करते हुए कहा, ‘हम सरकार के साथ हैं, हम सेना और प्रशासन के साथ खड़े हैं. पहलगाम हमले की हम निंदा करते हैं. जब भी जरूरत पड़े, हम हर संभव मदद को तैयार हैं, चाहे अपनी जान ही क्यों न देनी पड़े.’ उन्होंने बताया कि पहले इस इलाके में गोलीबारी आम थी, लेकिन अब बंकरों की वजह से वे सुरक्षित महसूस करते हैं.
#WATCH | Poonch, Jammu and Kashmir | People of Karmarha village near the Line of Control clean the bunkers that were built by the government for the safety of the people pic.twitter.com/pPsmxqE416
— ANI (@ANI) April 26, 2025
‘मोदी बंकर’ वे अंडरग्राउंड शेल्टर हैं, जो ज्यादातर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में बनाए गए. ये बंकर सीमा पर रहने वाले लोगों के लिए बनाए गए हैं, ताकि पाकिस्तान की ओर से होने वाली गोलीबारी के दौरान जान बचाई जा सके. ये बंकर 10 फीट गहरे, बुलेटप्रूफ और मजबूत हैं. केंद्र सरकार ने पुंछ, राजौरी, बारामूला और कुपवाड़ा जैसे संवेदनशील इलाकों में इनके निर्माण के लिए आर्थिक और तकनीकी मदद दी है. पहले जब सीमा पर तनाव बढ़ता था, तो लोगों को अपने घर छोड़कर भागना पड़ता था. लेकिन इन बंकरों की वजह से अब वे अपने गांव में ही सुरक्षित रह सकते हैं.
करमारा के एक निवासी ने कहा, ‘हम केंद्र सरकार के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने हमें ऐसे बंकर दिए. अब हमें अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता कम है.’ इस बीच, इलाके में सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं. प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है. पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक तनाव बढ़ गया है, और ग्रामीण किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं.
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