केदारनाथ में शिवलिंग त्रिभुजाकार क्यों है? जानें इसका रहस्य
07 May, 2025
Shilpi Singh
केदारनाथ धाम भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से यह एक है, जो शिवजी के सबसे पवित्र मंदिरों में माना जाता है.
ऐसे में लोगों के दिलों में ये सवाल उठता है कि केदारधाम धाम के शिवलिंग का बैल की पीठ जैसे त्रिकोणाकार रूप में विराजमान हैं.
पौराणिक कथा के अनुसार, महाभारत का युद्ध समाप्त हो चुका था और युधिष्ठिर हस्तिनापुर के राजा बन चुके थे.
इसके कुछ समय बाद ही माता कुंती, धृतराष्ट्र, गांधारी आदि लोगों ने भी सन्यास ले लिया था.
इसके बाद कुछ ब्राह्मणों ने पांडवों को बताया कि भाईयों की हत्या के पाप धोने के लिए भगवान शिव की उपासना करनी पड़ेगी.
इस बात पर विचार कर सभी पांडव और द्रोपदी महादेव यानी शिवजी से क्षमा मांगने और सन्यास लेने पहाड़ों पर चले गए.
आखिर में पांडवों को भगवान शिव के दर्शन हिमालय की पहाड़ियों में हुए, पर महादेव ने वहां भी बैल का रूप धारण कर लिया.
भीम ने किसी तरह उस बैल का कोलू पकड़ लिया और उन्हें धरती में जाने से बचा लिया
इस कोलू ने शिवलिंग का आकार ले लिया और उसी स्थान स्थापित हो गए और उनकी पूजा से खुश होकर भोलेनाथ ने इनके पाप माफ कर दिए.
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