
देश में लागू हुई कैशलेस ट्रिटमेंट स्कीम
देशभर में हुए सड़क हादसों में पिछले साल यानी 2024 में 1 लाख 80 हजार मौतें हुई हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, मरने वालों में 66% लोग 18 से 34 साल के युवा थे. किसी सड़क हादसे के बाद का एक घंटा ‘गोल्डन ऑवर’ कहलाता है. इस दौरान इलाज न मिल पाने से कई मौतें हो जाती हैं. इसी एक्सीडेंटल डेथ रेट को कम करने के मकसद से 7 जनवरी को दिल्ली के भारत मंडपम में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कैशलेश ट्रिटमेंट स्कीम की शुरुआत की थी. मंगलवार यानी 6 मई को इसका नोटिफिकेशन भी जारी हो गया, जिसके बाद ये स्कीम ऑफिशियली लागू हो चुकी है.