अब तक कितनी बार बज चुका है भारत में इमरजेंसी सायरन? वो डरावने पल जब थम गया था देश

07 May, 2025

Azhar Naim

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 7 मई को एक समन्वित मॉक ड्रिल आयोजित करने का आदेश दिया है.

इस दौरान आपके शहर में भी युद्ध के सायरन की तेज आवाज सुनाई दे सकती है.

ये एक खास तरह का अलार्म सिस्टम होता है, जिसे किसी खतरे की स्थिति में लोगों को सतर्क करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

इसकी आवाज बेहद तीखी और ऊंची होती है, जो दूर-दूर तक साफ सुनाई देती है. ये सायरन ऊपर-नीचे यानी हाई-लो टोन में बजता है.

इस सायरन की तीव्रता 120 से 140 डेसिबल तक होती है, जो 3 से 5 किलोमीटर के दायरे तक सुनाई देती है.

यह पहली बार नहीं है जब ऐसा सायरन बजने जा रहा है, इससे पहले भी भारत में कई बार इसका इस्तेमाल हो चुका है.

साल 1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान इस इमरजेंसी सायरन को बजाया गया था.

1965 के भारत-पाक युद्ध में भी इसका इस्तेमाल हुआ था.

1971 की जंग में भी युद्ध के समय जनता को सतर्क करने के लिए यही सायरन इस्तेमाल किया गया.

1999 में कारगिल युद्ध के दौरान भी इस सायरन की आवाज गूंजी थी.

जब भी ये सायरन बजे, तो घबराएं नहीं बल्कि तुरंत किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं.

सरकारी अलर्ट्स और प्रशासन की गाइडलाइन को फॉलो करें, और अफवाहों से दूरी बनाए रखें.( Image: Pexels)

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