कौन थी महाराणा प्रताप की बेटी, 11 साल की उम्र में दिया था बलिदान

22 Apr, 2025

Shilpi Singh

महाराणा प्रताप सिसोदिया राजवंश के थे. उन्होंने 1572 से 1597 तक मेवाड़ की राजगद्दी संभाली.

1576 में महाराणा प्रताप और अकबर के बीच हल्दीघाटी का युद्ध हुआ था, महाराणा प्रताप इस युद्ध में हार की कगार पर थे.

इसी दौरान उनके सहयोगी झाला ने महाराणा प्रताप का छत्र पहनकर दुश्मन सेना को धोखा दिया और महाराणा प्रताप युद्ध क्षेत्र से हट गए.

इसके बाद महाराणा प्रताप सालों तक जंगल में भटकते रहे. उनके साथ बेटी चंपा और बेटा भी साथ में थे.

जंगल में रहने के दौरान बेटी चंपा, जो मात्र 11 साल की थी, अपने भाई के साथ खेल रही थी.

चंपा को मालूम था कि जंगल में खाना नहीं है. उसने भाई को कहानी सुनाते हुए बहला दिया और उसे सुला दिया.

इसी बीच चंपा भी भूख से बेहोश हो गई. महाराणा प्रताप ने बच्चों की स्थिति को देखते हुए दु:खी होकर अकबर की अधीनता स्वीकार करने की बात की

इस पर बेहोश चंपा अचानक उठी और पिता से कहा कि वो अकबर की अधीनता स्वीकार करके मातृभूमि को नीचा मत दिखाएं.

इसके बाद वो फिर से बेहोश हो गई और उसी बेहोशी की हालत में चंपा ने कुछ देर बाद दम तोड़ दिया.

छोटी सी चंपा की ये कुर्बानी आज भी इतिहास में दर्ज है.

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